भारतीय Share Market के लिए मंगलवार का दिन अमंगल साबित हुआ। बाजार में आज चौतरफा बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 1235.08 अंक टूटकर 75,838.36 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 320.10 अंक गिरकर 23,024.65 अंक पर बंद हुआ। सेसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 4 शेयर ही हरे निशान में रहे। 26 में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। आखिर डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनते ही Share Market में इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई? आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति का पद संभलाते ही पड़ोसी देशों पर व्यापार शुल्क लगाने की घोषणा की है। इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। इसके चलते दुनिया समेत भारतीय बाजार में आज बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
निवेशकों के आज ₹7 लाख करोड़ डूबे
भारतीय Share Market में भारी बिकवाली से आज निवेशकों की 7.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति स्वाहा हो गई, क्योंकि बीएसई-सूचीबद्ध फर्मों का कुल बाजार पूंजीकरण पिछले सत्र के 431.6 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 424.5 लाख करोड़ रुपये रह गया।https://www.newsnationtv.com/
बाजार में अभी गिरावट की आशंका
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान के अनुसार, आज बेंचमार्क सूचकांकों में तेजी से गिरावट आई। निफ्टी 320 अंक नीचे बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 1235 अंक नीचे आया। सेक्टरों में, सभी प्रमुख क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में बंद हुए, लेकिन रियल्टी इंडेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट आई, जो 4 प्रतिशत से अधिक थी। टेक्निकल रूप से, एक गैप-अप ओपनिंग के बाद, बाजार को लगातार हायर लेवल पर बिकवाली का सामना करना पड़ा। हमारा मानना है कि, जब तक बाजार 23, 100/76000 से नीचे कारोबार करेगा, तब तक कमजोरी बनी रहेग। नीचे की ओर, बाजार 22,900/75500 तक गिर सकता है। आगे भी कमजोरी जारी रहने की संभावना है, जो बाजार को 22850/75300 तक खींच सकती है। हालांकि, 23100/76000 से ऊपर, बाजार वापस उछल सकता है, और 23,250-23,300/76400-76500 की ओर बढ़ सकता है। वर्तमान बाजार की बनावट अस्थिर है।http://trekkerstrifle.in