Indian Stock Market में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की हालत खराब है. 1,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक मार्केट कैप वाले शेयरों में से लगभग 60 फीसदी स्टॉक अपने हाई लेवल से 30 फीसदी या उससे अधिक गिर चुके हैं.
भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. इस साल अब तक इक्विटी मार्केट से लगभग 45 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. 27 सितंबर 2024 के ऑल-टाइम हाई के बाद से निवेशकों की संपत्ति में 78 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. सिर्फ पिछले हफ्ते की बात करें तो निवेशकों को 24 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक, भारतीय बाजार का मार्केट कैप 14 महीनों में पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर से नीचे आ गया है.http://trekkerstrifle.in
निफ्टी-सेंसेक्स सब तबाह हुए
14 फरवरी 2025 को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी लगातार आठवें सत्र में लाल निशान पर बंद हुए. सेंसेक्स 199.76 अंक गिरकर 75,939.21 पर और निफ्टी 102.15 अंक गिरकर 22,929.25 पर बंद हुआ.
27 सितंबर 2024 को बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 479 लाख करोड़ रुपये था, जो 1 जनवरी 2025 तक घटकर 446 लाख करोड़ रुपये और 14 फरवरी तक गिरकर 401 लाख करोड़ रुपये रह गया.http://leadershiplens.trekkerstrifle.in