Delhi Schools :दिल्ली पुलिस ने 400 से अधिक स्कूलों में बम की झूठी खबर फैलाने वाले बच्चे को गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला कि बच्चे के पिता का संबंध उस एनजीओ से है जिसने आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया था. पुलिस अब इस मामले में एनजीओ की भूमिका की जांच कर रही है. यह घटना 12 फरवरी 2024 से शुरू हुई थी जब पहला फर्जी ईमेल भेजा गया था. मई में 120 से अधिक स्कूलों को ऐसे ईमेल मिले थे. पुलिस ने वीपीएन के उपयोग के बावजूद आरोपी तक पहुंचने में सफलता पाई है.https://www.indiatv.in/delhi/delhi-police-identifies-minor-behind-bomb-threats-to-schools-says-parent-linked-to-ngo-with-deep-connections-2025-01-14-1105335
एक ही लड़के ने भेजा 400 स्कूलों को मेल
स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि इस बच्चे के लैपटॉप से जांच में पता चला कि इसी ने 400 स्कूलों को मेल भेजा था। जांच में पता चला कि बच्चे के अभिभावक एक NGO से जुड़े हैं और वो एक पॉलिटिकल पार्टी से भी जुड़े हैं। यह NGO अफजल गुरु को भी सपोर्ट करता है। यह NGO एक पार्टी को सोशल मीडिया पर सपोर्ट करती है। उन्होंने कहा कि अभी भी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। पैरेंट्स के रोल की जांच की जा रही है।
अफजल गुरु और एक पार्टी का हिमायती रहा है एनजीओhttps://trekkerstrifle.in/
पुलिस को शक है कि अलग-अलग दिनों पर भेजी गई धमकियों के पीछे इसका हाथ है। मधुप तिवारी ने बताया कि ये मेल 12 फरवरी 2024 से आने शुरू हुए थे। इन मेल ले कारण स्कूल डिस्टर्ब हो रहे थे। स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि इन मेल्स को ट्रैक करने में काफी टेक्निकल दिक्कतें आ रही थी। 8 जनवरी 2025 को आयी मेल को हमने ट्रैक किया और एक बच्चे को हम पकड़ पाए।
मधुप तिवारी ने कहा कि इस बच्चे के फोन और लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा तो पता चला कि इस बच्चे ने 400 से ज्यादा मेल भेजे। इस बच्चे के पिता एक NGO से जुड़े रहे हैं और ये NGO एक पॉलिटिकल पार्टी का हिमायती रहा है। हम जांच कर रहे है कि इस बच्चे के इस कृत्य के पीछे कोई राजनीतिक पार्टी का हाथ तो नहीं है, जो NGO के जरिए दिल्ली का माहौल खराब करना चाह रहे थे। ये NGO अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ भी मुखर था।